Khamosh Jazbat
Khamosh Jazbat Se Ubharte Kuch Alfaz..
Tuesday, September 1, 2020
इंसान
इतना बेरुखा, इतना बत्तमीज़,
इतना बदजुबान हुँ...
क्या करूँ साहब में भी जमाने का सताया हुआ एक इंसान हुँ।
-Ur\/!✍️
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