Showing posts with label 2 lines shayari. Show all posts
Showing posts with label 2 lines shayari. Show all posts

Wednesday, September 23, 2020

Thursday, September 17, 2020

कम्बक्त

अरे....
बुलाओ तो ज़रा पुरानी मोहोब्बतों को
कम्बक्त आजकल नींद बड़ी आ रही है।

-Ur\/!✍️

Tuesday, September 8, 2020

ईद का चांद

ईद का चांद सा हो गया है वो आजकल
दीदार के लिए पूरा साल इंतज़ार कराता है

-Ur\/!✍️

Monday, September 7, 2020

एक दॉव

ज़िन्दगी अगर खेल है,
तो फिर थोड़ा में भी खेल लुं.
फेकें है तूने इतने दॉव,
एक दॉव मे भी फेंक दुं।

-Ur\/!✍️

Saturday, September 5, 2020

वो

गलतफहमियां हो गई, 
    या दूर हो गई
    वो तो पता नही..
 बाद इतना समाज आया 
आज वो मुझसे दूर हो गई।


-Ur\/!✍️

Wednesday, September 2, 2020

हसीन मुलाक़ात

                         तन्हा रात
                   और तुम्हारा साथ.....
कितनी हसीन होगी, चांद के सामने हमारी मुलाकात।

-Ur\/!✍️

Tuesday, September 1, 2020

इंसान

इतना बेरुखा, इतना बत्तमीज़,
इतना बदजुबान हुँ...
क्या करूँ साहब में भी जमाने का सताया हुआ एक इंसान हुँ।

-Ur\/!✍️

Monday, August 31, 2020

गुलाम

में चाहत में हुँ,वो है कि मुझे गुलाम समझती है
और में महफिल ऐ ख़ास हुँ, पर वो नासमझ मुझे आम समझती।

-Ur\/!✍️

Friday, August 28, 2020

मुलाकात

रोक रखा है मेने ये बारिश का मौसम...
कहो तो मुलाक़ात की तारीख निकाल दु।

-Ur\/!✍️

Tuesday, August 25, 2020

तबाह

अपनो का दिया ज़ख़्म सबसे बुरा होता है,
ओर ये बात सच है...
कि मोहोब्बत में इंसान सिर्फ तबाह होता है।

-Ur\/!✍️

Monday, August 24, 2020

हिसाब

चेहरे पे सादगी...
ओर दिल मे गहरे राज रखते है
कोन कितना पानी मे है,
हम सबका हिसाब रखते है।

-Ur\/!✍️

Thursday, August 20, 2020

कम्बख़त

वैसे तो वक़्त ही कहा छोड़ा उन्हें याद करने का,
लेकिन वो भी कम्बखत...
दिलों दिमाग पे कब्ज़ा कर के बैठे है।

-Ur\/!✍️

Monday, August 17, 2020

फकीर

   सच ही कहा था
    उस फकीर ने.....
तुझे मोहोब्बत तो होगी
पर मिलेंगी कभी नही।

-Ur\/!✍️

Tuesday, August 11, 2020

बरबाद

लगता है .....
खत्म हो गई है दिल में मोहोब्बत 
पूरी उसपे जो बरबाद करदी मेने।

-Ur\/!✍️

Sunday, July 12, 2020

खास

मेरे दर्द में जो शामिल हो सके,
अब इतना भी कोई खास नही।

-Ur\/!✍️

Friday, July 3, 2020

बेरुखी

ये जो बेरुख़ी आप हमसे जाता रहे हो...
         बता दो साहब,
       नफरत दिखा रहे हो..
    या मोहोब्बत भुला रहे हो।

-Ur\/!✍️

Monday, June 29, 2020

खंजर

      तन्हाई का ये मंज़र
गुजरती रात का हर पल जैसे,
      दिल पे मेरे खंजर।

-Ur\/!✍️