Khamosh Jazbat
Khamosh Jazbat Se Ubharte Kuch Alfaz..
Friday, June 19, 2020
औरत
एक भी कदम खुद के लिए चली ही नही
जो चाहा था खुद को वो बनी ही नही,
कुरबानी हर बार दी!
कभी घर....
कभी समाज....
कभी पैसा....
कभी परिवार....
ये औरत है वही, जो खुद के लिए कभी लड़ी ही नही।
-Ur\/!✍️
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