Showing posts with label bebasi shayari. Show all posts
Showing posts with label bebasi shayari. Show all posts

Wednesday, August 12, 2020

उसका शहर

उसके शहर का कल मेने दौरा किया...
महफूज़ है वो,
ये खुद को जता दिया,
मिलना अब मुनासिब नही..
तरकीबें सारी लगा के दिल को भी मना लिया
और.....
बिना उससे मिले मेने खुद को लौटा लिया,
उसके शहर का कल मेने दौरा किया।

-Ur\/!✍️

Monday, July 27, 2020

आईना

बेठ के सामने आयने के, मेने पूरा मुवायना किया,
अपनी चाहते ,शिकायतें अपने गीले ,शिकवे
अपनी दर्द और तकलीफों का पूरा बयान दिया.........
समझदार था वो शख्स !
आयने में उभरा वो मेरा अक्स,
सुकून से उसने मुझे सुना....
गलत या सही किसी हिस्से में नही चुना,
फिर तसल्ली से उसने मुझे समझाया
और तन्हा होने का फायदा भी बताया
बताया उसने मुझे कि उम्मीदें बेज़ार है
किसी का होना निहायती बेकार है
वो हमदर्द बनेंगे...
तुम हमसफ़र कहोगे..
ओर चले जायेंगे वो
तो तकलीफ सिर्फ तुम सहोगे,
ज़रूरी है ....
ज़रूरी है क्या..?कोई तुम्हे सुने या सिर्फ तुम्हारा ही बने ,
नही.....
किसी ओर की मत चाहत करो...
सिर्फ तुम ओर तुम इस दिल की राहत बनो..

-Ur\/!✍️

Wednesday, July 15, 2020

बेवजह

ना नफरत है तुमसे, न मोहोब्बत
 न कोई रिश्ता नज़र आ रहा है
बस समाज का एक धागा है....
जो हमे बेवजह जोड़े जा रहा है।

-Ur\/!✍️